तोरे सिवा गीत

tore siwa

प्रस्तावना “तोरे सिवा” – यह गीत एक ऐसी पुकार है, जो आत्मा की गहराई से निकलती है। यह केवल एक संगीत रचना नहीं है, बल्कि एक पूर्ण आत्मिक समर्पण की घोषणा है। जब कोई विश्वासी कहता है “तोरे सिवा ना कोई है”, तो वह यह स्वीकार करता है कि उसके जीवन की सभी अपेक्षाएं, आशाएं … Read more

धन्यवाद प्रभु गीत

dhanaywad prabhu

भूमिका “धन्यवाद प्रभु” – यह एक छोटा सा वाक्य है, पर इसमें एक विश्वासी का समर्पण, प्रेम, आस्था और अनुभूति छिपी होती है। जब हम प्रभु का धन्यवाद करते हैं, हम केवल शब्द नहीं कह रहे होते, बल्कि हम अपने जीवन के हर छोटे-बड़े क्षण को उसके चरणों में समर्पित कर रहे होते हैं। एक … Read more