भजन भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह केवल एक संगीत का माध्यम नहीं है, बल्कि यह भक्त और परमात्मा के बीच की आत्मिक वार्ता का जरिया भी है। “तेरी स्तुति मैं करूं, आराधना करूं दिल से दिल से” एक ऐसा भजन है जो हमें भक्ति की गहराई में डुबो देता है और ईश्वर के प्रति हमारी आस्था को और भी मजबूत करता है।
Lyrics in Hindi
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं,
दिल से दिल से
मेरी साँसों में तेरा नाम रहे
ऐ प्रभु तू ही तू
जहाँ मेरी नज़र जाए,
वहा तेरी स्तुति हो
सारी दुनिया का रखवाला तू
है येशू तू ही तू
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं,
दिल से दिल से
मेरी साँसों में तेरा नाम रहे
ऐ प्रभु तू ही तू
खुशी और गम में, साथ हो तेरा,
प्रारंभ और अंत में नाम हो तेरा
मेरे जीवन का, सहारा तू
ऐ प्रभु तू ही तू
तेरी स्तुति मैंं करू आराधना करूं,
दिल से दिल से
मेरी साँसों में तेरा नाम रहे
ऐ प्रभु तू ही तू
Lyrics in English
Teri Stuti Mai Karu Aaradhna Karu,
Dil Se Dil Se
Meri Sanson Me Tera Naam Rahe
Aye Prabhu Tu Hi Tu
Jaha Meri Najar Jaye,
Waha Teri Stuti Ho
Sari Duniya Ka Rakhwala Tu
Hai Yeshu Tu Hi Tu
Teri Stuti Mai Karu Aaradhna Karu,
Dil Se Dil Se
Meri Sanson Me Tera Naam Rahe
Aye Prabhu Tu Hi Tu
Khushi Aur Gam Me, Sath Ho Tera,
Prarambh Aur Ant Me, Naam Ho Tera
Mere Jeevan Ka, Sahara Tu
Aye Prabhu Tu Hi Tu
Teri Stuti Mai Karu Aaradhna Karu,
Dil Se Dil Se
Meri Sanson Me Tera Naam Rahe
Aye Prabhu Tu Hi Tu
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं भजन का भावार्थ
इस भजन के शब्दों में प्रेम, भक्ति, श्रद्धा और आत्मसमर्पण की भावना समाहित है। इसका सार यह है कि भक्त अपने आराध्य को पूरी निष्ठा और प्रेम से नमन करता है और ईश्वर की स्तुति करता है। जब कोई भक्त सच्चे हृदय से ईश्वर की आराधना करता है, तो उसे दिव्य अनुभूति होती है। यह भजन हमें हमारे सांसारिक मोह से दूर कर परमात्मा से जोड़ने का कार्य करता है।
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं भजन का महत्व
- मन को शुद्ध करने वाला – इस भजन को गाने से मन शुद्ध होता है और नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं।
- आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाने वाला – जब कोई व्यक्ति श्रद्धा से ईश्वर की स्तुति करता है, तो उसकी ऊर्जा बढ़ती है और उसे मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- परमात्मा से जुड़ने का माध्यम – भजन हमें ईश्वर से जोड़ता है और हमारे अंदर भक्ति की भावना को विकसित करता है।
- सकारात्मकता और उत्साह उत्पन्न करने वाला – भजन गाने से मन में उत्साह उत्पन्न होता है और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं भजन के तत्व
इस भजन में मुख्य रूप से चार महत्वपूर्ण तत्व होते हैं:
- स्तुति (प्रशंसा) – इसमें भक्त अपने आराध्य की महिमा का गुणगान करता है।
- आराधना (पूजा) – इसमें ईश्वर को समर्पण किया जाता है।
- भक्ति (श्रद्धा) – इसमें भक्त के प्रेम और श्रद्धा का भाव प्रकट होता है।
- समर्पण (त्याग) – इसमें भक्त स्वयं को पूरी तरह से ईश्वर के चरणों में अर्पित कर देता है।
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं भजन का आध्यात्मिक प्रभाव
यह भजन हमें हमारे सांसारिक दुखों से मुक्त कर ईश्वर के प्रति समर्पण करने की प्रेरणा देता है। जब हम इसे गाते या सुनते हैं, तो हमारी आत्मा को शांति और सुकून मिलता है। इस भजन का निरंतर जाप हमें ध्यान और साधना के मार्ग पर अग्रसर करता है।
तेरी स्तुति मैं करूं आराधना करूं निष्कर्ष
“तेरी स्तुति मैं करूं, आराधना करूं दिल से दिल से” केवल एक भजन नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उत्थान का एक प्रभावशाली माध्यम है। यह हमें ईश्वर से जोड़कर हमें अपने वास्तविक स्वरूप की अनुभूति कराता है। जो भी इसे सच्चे मन से गाता या सुनता है, वह आध्यात्मिकता के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा पाता है। इसलिए, आइए इस भजन के माध्यम से अपने जीवन में भक्ति और श्रद्धा को और अधिक बढ़ाएं।
Video of Teri Stuti Mai Karu Lyrics
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